सर्वदलीय भोजपुरी मंच पर गायिका कल्पना का सम्मान
मुंबई केे सात सितारा होटल जे.डब्ल्यू. मैरियट में सर्वथा एक नये ढंग का भोजपुरी सम्मेलन हुआ जिसमें विभिन्न राजनीतिक विचारों, धाराओं और पार्टियों के नेताओं, मंत्रियों ने भाग लिया और भोजपुरी को बोली के केंचुल से निकाल कर भाषा के दर्जे तक पहुंचाने के लिए एकमत होने की बात की। इस आयोजन में बिहार व उत्तर प्रदेश के ही नहीं, वरन्, महाराष्ट्र, बंगाल तथा असम के भोजपुरी प्रेमियों ने भी हिस्सा लिया। राजनीतिक हलके में तहलके की नाईं यह समाचार फैल गया कि जो लोग एक दूसरे पर छींटाकशी करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ते थे, सभी एक स्वर में भोजपुरी को संवैधानिक मान्यता दिलाने की वकालत करते नज़र आये। कल्पना पटवारी इस संध्या का विशेष आकर्षण थीं अथवा यों कहें उनके (कल्पना के) कारण ही समा कुछ ज्यादा ही सुहाना हो उठा था। इस खास मौके पर कल्पना को लेकर छठी माई वाले गीत व लघु चित्र को भी दिखाया गया। भोजपुरी की इस आशा भोंसले ने कुछ विशेष गीत भी गाये, जिसे सुनकर दर्शक गण अभिभूत हो उठे। संयोगवश यह कल्पना के मानस गुरु, दादा साहब फाल्के सम्मान विजेता, संगीत के चितेरे भूपेन हजारिका की पुण्यतिथि भी थी। कल्पना ने उनके गीत गाकर श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके बाद भिखारी ठाकुर के गीत गाकर उनको याद किया और दर्शकों को भाव विभोर कर गयी। तत्पश्चात,कल्पना पटवारी को भोजपुरी लोकगीत व फिल्मी पार्श्व गायन में उल्लेखनीय योगदान हेतु विशेष रूप में सम्मानित किया गया।
इस सर्वदलीय मिलाप में राज्य सभा सांसद एवं बिहार जनता दल (यूनाइटेड) अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह, आजमगढ़ से भाजपा सांसद नीलम सोनकर, मुंबई कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और महाराष्ट्र सरकार के गृह मंत्री रहे लोकप्रिय नेता कृपा शंकर सिंह और रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (अ) के अध्यक्ष, राज्य सभा सदस्य और केंद्रीय राज्य मंत्री रामदास अठावले विशेष रूप से उपस्थित थे। वरिष्ठ पार्श्व गायिका हेमलता भी पधारी थीं। “खुदा गवाह” से अपनी पहचान मुक्कमल करनेवाले अभिनेता अली खान भी इस महती आयोजन के गवाह बने। इस सभा का आयोजन पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के पौत्र बबलू सिंह ने किया था। ——–Uday Bhagat (PRO)