मैड मीडिया प्रा. लि. के बैनर तले बन रही हिन्दी फीचर फिल्म केयरलेस का गीत रिकॉर्डिंग शुरू हो गई है। मुंबई के ज़िप ट्रैक रिकॉर्डिंग स्टूडियो में सुप्रसिद्ध पार्श्वगायक जावेद अली के सुमधुर स्वर में गीत रिकॉर्ड किया गया। जिसे स्वरबद्ध किया मशहूर संगीतकार बाबा जागीरदार ने। गीतकार अहमद सिद्दिकी ने गीत लिखा है। इलाहाबाद, उत्तर प्रदेश के फिल्म निर्माता पंकज कुमार की यह फिल्म मनोरंजन के साथ साथ समाज को सन्देश भी देगी। आज की युवा पीढ़ी को ध्यान में रखकर इस फ़िल्म का निर्माण किया जा रहा है। फिल्म का निर्देशन कर कर रहे हैं अलोक श्रीवास्तव, जिन्होंने अब तक कई फिल्मों का कुशल निर्देशन किया है। फिल्म के लाईन प्रोड्यूसर अनिल श्रीवास्तव, प्रोडक्शन हेड प्रेरणा हैं। कलाकार अनिल श्रीवास्तव एवं प्रेरणा प्रमुख भूमिका में नज़र आने वाले हैं। मुख्य कलाकारों का चयन जारी है, जिनकी घोषणा अतिशीघ्र ही की जायेगी। फ़िल्म की शूटिंग मुंबई और उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद सहित कई क्षेत्रों में शीघ्र ही शुरू की जायेगी।
युवा दिलों की धड़कन गायक व नायक अरविन्द अकेला कल्लू ने “बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ” अभियान चलाया है। इन्होंने यह अभियान अपनी गायन शैली के जरिये बिहार, उत्तर प्रदेश सहित पूरे भारत में शुरू किया है। इस मुहीम में इनका साथ दे रही है वेब म्यूजिक कंपनी। इस म्यूजिक कंपनी द्वारा “बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ” शीर्षक से ऑडियो अल्बम जारी किया गया है। जिसे संगीतप्रेमियों के बीच खूब पसंद किया जा रहा है। शीघ्र ही वीडियो भी जारी किया जायेगा। गीतों को अरविन्द अकेला कल्लू ने अपने सुमधुर स्वर से स्वरबद्ध किया है। गीत आज़ाद सिंह ने लिखा है तथा संगीतकार आशीष वर्मा में संगीत से सजाया है। परिकल्पना अरबिन्द मिश्रा का है।
लगातार कई भोजपुरी फिल्मों की शूटिंग की व्यस्तता के बावजूद अरविन्द अकेला कल्लू समय निकालकर बीच बीच में स्टेज शो भी कर लेते हैं। शो के विशाल मंच से सभी को बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ की नसीहत देते हैं और अपनी गायन विधा से उन्हें जागरूक भी करते हैं। इस मुहीम में युवाओं का इन्हें काफी सहयोग मिल रहा है।
गौरतलब है कि अरविन्द अकेला कल्लू ने बालजीत सिंह निर्देशित फ़िल्म त्रिशूल की शूटिंग पूरी करने के साथ साथ फ़िल्म निर्देशक अरविन्द चौबे की होम प्रोडक्शन फ़िल्म त्रिदेव की शूटिंग अभी हाल ही में पूरी कर ली है।
कांति फिल्म प्रोडक्शन के बैनर तले निर्मित मिथिला की ऐतिहासिक एवं दहेज प्रथा पर आधारित नारी को सशक्त बनाने वाली महिला प्रधान मैथिली फिल्म दूल्हा चोर की डबिंग समाप्त कर ली गई है। इस फिल्म में गायक से नायक बने कुमार घनश्याम और भोजपुरी सिनेमा की लोकप्रिय सिनेतारिका कल्पना शाह एक साथ रोमांचक अंदाज़ में नज़र आएंगे। सुप्रसिद्ध भजन गायक एन के झा *श्याम जी* की पहली मोस्ट वेटेड मैथिली फिल्म दूल्हा चोर समाज को संदेश व नारी सशक्तिकरण को नई दिशा देगी। फिल्म के निर्माता सुप्रसिद्ध भजन गायक एन के झा ’श्याम जी’ तथा महेश मिश्रा हैं। ये पहली बार फिल्म निर्माण के क्षेत्र में पदार्पण कर नारी को सशक्त करने लिए कदम बढाये हैं। कई धारावाहिक व कई फिल्म के सुप्रसिद्ध निर्देशक वीरेन्द्र पासवान इस फिल्म के निर्देशक हैं। मिथिला रत्न से सम्मानित अभिराज झा के लिखे गीतों को सुमधुर संगीत से सजाया है सुरेश आनंद ने।
पार्श्वगायन पद्मश्री उदित नारायण, श्याम झा, पुष्प लता, अलका झा तथा सुरेश आनंद ने किया है। मिथिला की यह पहली फिल्म है जो रेड एपिक कैमरा पर शूटिंग की गई है। खूबसूरत वादियों को कैमरे में कैदकर खूबसूरत फिल्म बनाया है कैमरामैन संजय सिंह ने। फिल्म मुख्य कलाकार कुमार घनश्याम, कल्पना शाह, प्रतिभा पाण्डेय, अरुणा गिरी, फूल सिंह, विजय झा, अवधेश सिंह, दिलावर, अरुण सिंह, उमाकान्त, अरुणा सिंह, प्रमोद गोस्वामी, कन्हैया मिश्रा, नीलेश झा, मास्टर आयुष, मनोरमा मिश्रा, वन्दना झा, खुशी, रागिनी, पंकज कामति, बबलू, मुन्नी लाल, धनंजय चौधरी हैं।
एक ओर जहाँ फ़िल्म दर्शकों के मनोरंजन के लिए बनाई जाती है, वहीं फ़िल्म के जरिये समाज को आईना भी दिखाया जाता है। जी हाँ, बॉलीवुड एवं पॉलीवुड की कई फिल्मों का सफल निर्देशन कर चुके फ़िल्म निर्देशक इक़बाल बक्श के निर्देशन में बन रही हिन्दी फ़िल्म “द लास्ट टेल ऑफ़ कायनात” की शूटिंग हो चुकी है तथा पोस्ट प्रोडक्शन कार्य किया जा रहा है। आर.एम. सिने इंटरटेनमेन्ट एवं राजरप्पा प्रोडक्शन के बैनर तले निर्मित की जा रही इस फ़िल्म के निर्माता रिज़वान मलिम, राजीव गौतम हैं। यह दर्शकों का मनोरंजन तो करेगी ही साथ ही साथ समाज में मैसेज भी जायेगा। फ़िल्म के निर्देशक इकबाल बक्श ने हर एक दृश्य को बेहद रोमांचक बनाया है।
सिनेमा हाल में हर एक सीन के बाद दर्शकों की उत्सुकता बढ़ती जायेगी। जिसके बिना पर यह दावा किया जा सकता है कि यह फ़िल्म देखते समय दर्शक सिनेमाहाल की कुर्सी से हट नहीं पायेंगे। इस फ़िल्म के जरिये ज़ीशान खान और वानी वशिष्ठ बॉलीवुड में एंट्री कर रहे हैं। रोमांटिक कपल के किरदार में इनकी जोड़ी सिनेप्रेमियों का बहुत अच्छी लगेगी। प्रेम, रोमांस, एक्शन, सस्पेंस, थ्रिलर के साथ फुल इंटरटेनमेन्ट यह फ़िल्म दर्शकों खूब रोमांचक करेगी। फ़िल्म के लेखक रमेश मिश्रा, संगीतकार गूफी एवं आबिद जमाल हैं। छायांकन दिनेश आर पटेल, नृत्य निर्देशन दिलीप मिस्त्री, मारधाड़ जावेद शेख, कला मिलिंद का है। मुख्य भूमिका में नवोदित ज़ीशान खान, वानी वशिष्ठ, शरेवर दमानिया, अमन संधु, श्वेता वाही, किरण मल्लाह, रमजान कुरैशी, शिवम शर्मा, राम दूबे, राजीव वशिष्ठ तथा सिकंदर खान हैं।
Srishti Sharma Actress Her Latest Look
लेखक निर्माता और निर्देशक सिद्धार्थ नागर की सार्थक चित्रम के बैनर तले बन रहे धारावाहिक ” साबजी ” का प्रसारण शाम 7.00 बजे से दूरदर्शन पर प्रसारित होने जा रहा है । यह धारावाहिक सप्ताह में तीन दिन शुक्रवार, शनिवार और रविवार को शाम के 7.00 बजे से प्रसारित होगा । इस धारावाहिक में टेलीविजन की दुनिया के दो दिग्गज कलाकार अयूब खान और जया भट्टाचार्या के बिच प्यार और टकराव की कहानी दिखाई जायेगी । जो की धारावाहिक में समर बहादुर सिंह और आनंदी शास्त्री के किरदार में नज़र आने वाले हैं ।
दरअसल यह कहानी मूलतः राजस्थान के एक राजघराने के उत्तराधिकारी समर बहादुर सिंह और उनके दोस्त पंडित श्रीधर शाश्त्री के बिच की है । समर बचपन से ही आनंदी से प्रेम करते हैं लेकिन समर की माँ को यह पसन्द नहीं है और फिर समर कुछ दिन के लिए विदेश पढ़ने के लिए चले जाते हैं और इधर राजघराने की मालकिन रुक्मणी सिंह रानीसा एक चाल चलकर आनंदी की शादी पंडित श्रीधर शास्त्री से करा देती हैं । इसी प्यार मोहब्बत और रंजो रवाइश की पूरी कहानी है साबजी । धारावाहिक में कई उतार चढ़ाव दोनों परिवारों को देखने को मिलता है जो इसमें लोगों के बिच कई ट्विस्ट और रोमांच के साथ साथ देखने की जिजीविषा भी पैदा करती है ।
साबजी के लेखक निर्माता और निर्देशक सिद्धार्थ नागर बचपन से ही मनोरंजन जगत से जुड़े हुए हैं । इसके पीछे उनकी सुदृढ़ पारिवारिक पृष्ठभूमि का भी योगदान रहा है । उनके नाना मशहूर साहित्यकार पदम् भूषण अमृतलाल नागर और उनकी माँ अचला नागर से फिल्मी ज्ञान और समझ उनको विरासत में मिली है ।
बचपन से मनोरंजन के क्षेत्र में रुचि रखने वाले सिद्धार्थ नागर ने अपने करियर की शुरुआत 8 साल की उम्र में बाल कलाकार के रूप में शुरू कर दिया था । उन्होंने मुंशी प्रेमचंद की ईदगाह पर आधारित नाटक से 1979 में महज 14 साल की उम्र में अपने निर्देशकीय पारी की शुरुआत की । जिसे उस समय के मशहूर समीक्षकों ने भी सराहा था । उसके ठीक बाद दक्षिण भारतीय तमिल फिल्म नंदू में एक मुख्य कलाकार के रूप में काम किया जिसका निर्देशन महान निर्देशक श्री जे महेंद्रन ने किया था । इसके बाद तो जैसे सिलसिला ही चल पड़ा और सिद्धार्थ ने राजश्री प्रोडक्शन की बाबुल में युवा खलनायक की भूमिका निभाई । और फिर कुछ सालों तक बतौर अभिनेता और खलनायक कई फिल्में करने के बाद आखिर 1998 में इन्होंने अपने धारावाहिक ” दादी अम्मा ” से बतौर निर्माता एक नई पारी की भी शुरुआत कर दी । तबसे लेकर आज ” साबजी ” तक इन्होंने दूरदर्शन और इसके सहयोगी चैनलों के लिए लगभग 1000 घण्टे से अधिक के प्रोग्राम का निर्माण और निर्देशन कर चुके हैं ।
लगभग 35 धारावाहिकों में अभिनेता , निर्माता लेखक या निर्देशक किसी ना किसी रूप में जुड़े रहने वाले सिद्धार्थ नागर कभी भी व्यवसायिक घरानों की तरफ़ नहीं भागे । राजेश खन्ना के करीबी लोगों में रहे सिद्धार्थ ने बताया की इस सीरियल को बनाने की प्रेरणा काकाजी राजेश खन्ना ने ही दी थी और वे इसमें एक महत्वपूर्ण किरदार भी निभाना चाहते थे लेकिन उनके गुजर जाने के बाद ये सम्भव नहीं हो सका । गुजरने से पहले राजेश खन्ना ने अंतिम समय पर कहा था की सिद्धार्थ मैं रहूँ ना रहूँ तुम यह साबजी जरूर बनाना । दूरदर्शन के अलावा ईटीवी , जी टीवी और स्टारप्लस के लिए भी सिद्धार्थ ने काम किया है । और आज भी उसी लगन और तन्मयता से ये लगे हुए हैं ।
Hindi Feature film Baromas which was screened at Washington Film Festival and so many film festivals. The film is based on the Sahitya Academy award winning Marathi novel. The movie addresses the plight of dry land farmers and the educated unemployed in rural India. Recently the film was screened at Mahalaxi Famous Studio which was attended by actors Seema Biswas, Rohit Pathak and Subrat Dutta and Many More. The film hits theater on 17th June. Rohit Pathak playing a character of Fisherman who’s latter fighting for villagers to get freedom from Sahukaar and Gram Panchayat.
Rohit Pathak Said, I enjoyed shooting for this film. It was a great experience to work on such kind of project. As it’s a reality based film which gives an opportunity to work on real locations, in return gives you the actual feel of living there .And when the technical team is so strong you just need to concentrate on your acting as from within you can feel that you are in safe hands”.
‘Baromas’, the novel, is written by Dr Sadanand Deshmukh who lives in Vidarbha, surrounded by the stories of farmers, their miseries and rare joys. The film has been directed by Dheeraj Meshram.
तनिषा सिंह ने अंधेरी के क्लब ब्लेज़ मे अपने दोस्तों एवं परिवारवालों को अपने जनमदिन पार् अामंत्रित किया। ब्राईट के योगेश लखानी ,नफे खान ,पवन शर्मा ,संजय पवार ,निकिता रावल ,अभिषेक बच्चन ,राम शंकर ,अरविंदर सिंह एवं कई मेहमान पार्टी मे अाये।
Tollywood Latest Morichika Album Prosenjit. Produced by Farooq Khan
Under The Banner Of Tohra Films
Our Candid Review
Home Stay-Stay Alive-, is a suspense thriller which tells of a dark and horror night spent by a girl in a Home Stay at Coorg.
The film revolves revolves round the pivotal character of the film – a bold and beautiful girl – Akshara, who stays in City and intends to travel to Coorg to surprise her fiancée who stays in Coorg. Thrilling part of the film begins here with an enormously terrifying situation where she is staying alone in Home Stay in that dark night. As time surpasses, and as the night gets dark with some sound of nature, the way of her psychological mind reacts with the availed situation. Middle of the night, who came to Home Stay to kill her? What made her to react with super natural power? What was the paranormal activity which she came to know on that Home Stay?
The crucial point of the film is, as the morning rises, whether the girl is alive or not? What was the intense situation she faced there? Who is the creepy man who came in the midnight? Did the owner of the Home Stay come back or not? Finally, could she really surprise her fiancée with her visit to Coorg?
Sayali Bhagat, as the bold and stunning girl. Akshara has given an incredible performance. Ashmit Patel, the fiancée of Akshara (Sayali Bhagat) too has given excellent performance. ShrutiI who is the most popular heroine of South has justified her role and has portrayed her character wonderfully. Ravi Kaale has also given a good performance..
The story-screenplay and direction by Santosh Kodenkeri is exceptionally deft and commendable. Director Santosh Kodenkeri is all praise for Sayali Bhagat for her intense portrayal
The photography and the locations are captivating. The music by Lotus Music is haunting. Editing is extremely slick and need to be raved about.
The film is produced under the banner of Miracle Movie Makers and Sahana Pictures.
It is for the first time ever a film entrenched with physiological surprise, thrills with tense screenplay and narration.
In one word Home Stay-Stay Alive is a must see for the horror film audience.