I was born at Delhi, On 16 sep.1990 where I was brought up & did my graduation from Delhi University. I started my career as a Model. I started with ACC Cement & B.S.N.L. apart from Music Albums TV Serials. I had been fan & admirerer of Amitabh Bachchan, Shah Rukh Khan & Kajol with whom, now I am ambitious to work as an artiste. I am optimistic about becoming one of the Top Artistes of Bollywood. I believe in the adage ‘Where there is a will, there is a way’ I am on the right track, right now. One thing, for which I am proud of, is the fact, that I am a self-made-artiste, I have taken no help & no faver from anybody, till date. At present I am only interested in playing lead roles & important roles in multi-starrers. The impotance of the role is created by the artiste who perform it. Only an impotant role cannot make an artiste so impotant. I am sure my confidence will turn into real conviction.
“A model of outstanding merits” this is how I am called in the field of Modeling. The advertisers & Advertising Agencies, say that I have all the physical assests, mental setup & admirable looks, which make a Model most perfect.
Age# 16sep.1990
Height#.5’7
Vitals#.34.24.36
Skin # colour.fare
Eyes# light brown
There are 3 basic things which are must for a Model. One is rich vital statistics, fantastic figure & bewitching beauty. The God has given me all the three as a Free Gift. With the help of these Virtues I have made my presence felt in the field of Modelling I have been the part of numberless, print ads, commercial flicks & promotional reels. All the parties, for whom I have worked as a Model, are fully satisfied with my behaviour, dealing & the results.
Srishti Sharma is from delhi.she did u education from delhi. she did modling from delhi. She did more then 50 songs video punjabi and print shoot in delhi.then she did 2 hindi films as a lead heroin Love Possible and Monsoon.
And upcoming film Ishq Re Lots up upcoming
New short film Sunehre Aksher.
As a choreographer, Sandip Soparkar has travelled the world, but his core has remained steadfastly Indian. The fusion of Western movements and Indian sensibility, and the ability to tell a story well is what draws people to his creations, both on stage and film. After setting the stage afire in India and elsewhere, choreographer Sandip Soparrkar recently conducted a workshop and a talk at the at the United Nations Headquarters for the UN staff members.
United Nations Staff recreation council (UNSRC) and Society for Promotion of Indian Culture & Experience (SPICE) had organised a Salsa Garba dance program with an aim to promote the heritage of Indian Culture and art and to bring together individuals from different cultures to explore the diverse aspect of Indian Culture with the modern twist.
Speaking on the occasion Promela Suri president SPICE said, “Sandip’s humility and pleasant personality made everyone fall in love with him. Our staff had a great fun filled time with two workshop sessions which he conducted. We would love to have him back again at the Headquarters soon not just that Sandip’s talk proved that he has a heart of gold as well. We have received tremendous appreciative feedback from all our staff. We at United Nations wish him best always.’
Soparrkar conducted a workshop on Salsa and Merengue and mixed it with the traditional Dandiya and Garba and also spoke about his initiative ‘Dance for a Cause’ which recently won the National Excellence Award 2017 By the Government of India. He spoke how he uses dance not just as a medium to entertain but even as a way to educate and bring awareness to the society.
Sandip Soparrkar said, “It was an honour and a privilege to be called to the United Nations headquarters in New York City to talk about my initiative dance for a cause and to make
all the employees move to the universal language of dance. I feels humbled to be the chosen one.”
With Sandip waltzing into the United Nations Headquarters it proves that he truly is the Indian Ambassador of dance and all his efforts have indeed taken Indian dancing scene to a global level.—————-Pigeon Media- The PR Company (Abhishek Dubey)
बालेश्वर सिंह को है काफी उम्मीदें छठ पर रिलीज हो रही फिल्म ‘मुकद्दर’ से
भोजपुरिया सिनेमा के हरफनमौला विलेन बालेश्वर सिंह इन दिनों अपनी बहुप्रतिक्षित भोजपुरी फिल्म ‘मुकद्दर’ को लेकर काफी उत्साहित हैं और उन्हें इस फिल्म से काफी उम्मीदें भी हैं। वे कहते हैं कि ‘मुकद्दर’ एक बेहतरीन फिल्म है, जो छठ पूजा के मौके पर रिलीज हो रही है। इसमें हर किरदार काफी अहम है, लेकिन मैं खास तौर पर कहना चाहूंगा कि ‘मुकद्दर’ में विलेन के कई ऐसे शेड्स देखने को मिलेंगे, जो अब तक इंडस्ट्री देखने को नहीं मिला था। इसलिए ‘मुकद्दर’ के लिए मैं काफी एक्साइटेड हूं।
बालेश्वर सिंह ने कहा कि ‘मुकद्दर’ की पटकथा स्टारडम बेस्ड है और शेखर शर्मा के निर्देशन में काफी उन्नत तकनीक से इसकी मेकिंग की गई है। फिल्म काफी अच्छी बनी है। मुझे लगता है कि अगर इस तरह की फिल्में लगातार बनने लगे, तो भोजपुरी इंडस्ट्री भी क्वालिटी प्रोडक्शन के लिए जानी जायेगी। उन्होंने कहा कि जहां तक फिल्म में निगेटिव किरदार की बात है, तो उसके लिए मैंने सेट के अलावा जिम में भी काफी पसीने बहाएं हैं, ताकि अपने किरदार में फिट बैठ सकूं। फिल्म में काम करने में मजा भी बहुत आया। उन्होंने कहा कि वसीम एस खान इंडस्ट्री के बेहतरीन निर्माताओं में से एक हैं, जिन्होंने ‘मुकद्दर’ फ़िल्म बनाने के लिए बड़े स्तर पर प्रयास किया है। तभी तो कभी सलमान – शाहरूख को एक्शन करवाने वाले प्रसिद्ध एक्शन डायरेक्टर कौसल मोजिस को फिल्म में जोड़ा है, जिन्होंने फिल्म के एक्शन सिक्वेंस और आगे बढा़या।
बालेश्वर सिंह ने कहा कि खेसारीलाल यादव के साथ हमसे भी कई ऐसे सीन आसानी से करवाये, जो हम पहले बहुत मुश्किल से कर पाते थे। वे लाजवाब हैं।
बता दें कि फिल्म ‘मुकद्दर’ छठ पूजा के अवसर पर रिलीज हो रही है, जिसमें सुपरस्टार खेसारीलाल यादव, काजल राघवानी, शमीम खान, शुभी शर्मा, अयाज़ खान, बालेश्वर सिंह, प्रकाश जैस, संजय वर्मा, नागेश मिश्रा, जे .नीलम आदि मुख्य भूमिका में नजर आ रहे हैं। फिल्म ‘मुक्कदर’ के निर्माता वसीम एस.खान हैं। लेखक – निर्देशक शेखर शर्मा हैं। संवाद अरविन्द तिवारी, गीत आज़ाद सिंह, प्यारे लाल यादव, अरविन्द तिवारी, संगीत मधुकर आनंद, फाइट मास्टर कौसल मोजिस, डांस मास्टर संजय कोर्व, छायांकन प्रमोद पांडेय का है।———–Ramchandra Yadav (PRO)
बलमा डेरिंगबाज़ की शूटिंग कंप्लीट
एस एस सिने वर्ल्ड के बैनर तले निर्मित की जा रही भोजपुरी फिल्म बलमा डेरिंगबाज़ की शूटिंग उत्तर प्रदेश के जिला आज़मगढ़ के जहाना गंज, शाहपुर, बबुरा, मन्दे, समेदा आदि रमणीय स्थलों पर तकनीकी रूप से बड़े पैमाने पर पूरी कर ली गयी है। यह फिल्म एक्शन, इमोशनल, ट्रेजडी, कॉमेडी ड्रामा से भरपूर है। सिनेप्रेमियों के लिए साफ सुथरी सपरिवार देखने योग्य भोजपुरी फिल्म का निर्माण किया जा रहा है। यह फिल्म दर्शकों के मनोरंजन के लिए बहुत ही उम्दा फिल्म बनाई जा रही है।
फिल्म के सभी कलाकारों का परफॉर्म और गेटअप काफी अलग और रोचक दिया गया है, जो सिनेप्रेमियों को बहुत ही आनंदित करेगा। इस फ़िल्म की निर्मात्री सोनालिका कुमारी व निर्माता शरद पाटिल हैं। लेखक व निर्देशक जावेद हाशमी हैं। असोसिएट डायरेक्टर अमीयकर प्रकाश ठाकुर हैं। संगीतकार के. रत्नेश मिश्रा तथा गीतकार आज़ाद सिंह, अमिताभ रंजन, धनंजय भट्ट व श्याम देहाती हैं। छायांकन साहिल जे. अंसारी का है। नृत्य संतोष सर्वदर्शी, मारधाड़ प्रदीप खड़का व श्रवण कुमार का है। फिल्म प्रचारक रामचन्द्र यादव हैं। फिल्म के मुख्य कलाकार शुभम तिवारी, सोनालिका कुमारी, अयाज़ खान, बालेश्वर सिंह, बबलू खान, आरती भार्गवा, नीलम सिंह, परवेज़ हाशमी,
स्वीटी सिंह, अमियकर प्रकाश ठाकुर, जावेद हाशमी, मोहम्मद अली, संजय सिंह, पवन कुमार, श्वेता तिवारी, दिव्या शर्मा, पंकज चंद्रा, बेबी सिंह आदि हैं। ।———–Ramchandra Yadav (PRO)
आनन्द फिल्म्स केबैनर तले बन रही हिंदी फिल्म ”साजन का प्यार” जिसके निर्माता – अशोक दुबे हैं और इस फिल्म के लेखक व निर्देशक- अखिलेश कुमार उपाध्याय (राजू बाबा ) जी हैं । निर्देशक बाबा ने बताया कि पहली बार फ़िल्म जगत में अशोक दुबे जो निर्माता के रूप में आरहे हैं अपनी अथक जीवन का अमूल्य समय निकाल कर फ़िल्म जगत को एक बहुत बड़ा तोहफा दे रहे हैं और उनकी रुचि समाज को फ़िल्म के माध्यम से एक सुंदर दर्पण प्रस्तुत कर रहे हैं
फ़िल्म की कहानी दो भारती नारियों पर आधारित हैं जो बड़ी से बड़ी कठिनाइयों को पार कर के जीवन को सरल और खुशहाली के रूप से जीने का रास्ता बताती हैंजिसका विशेष सहयोग डॉक्टर राघवेंद्र सिंह है। ये फ़िल्म की शूटिंग नवम्बर के पहले सप्ताह में शुरू करने की तैयारियां जोरों से चल रही हैं ————Akhlesh Singh (PRO)
अर्चना प्रजापति ने कहा – है तुझे सलाम इण्डिया
बॉलीवुड सिनेजगत में मजबूती से पांव जमा रही चुलबुली अदाकारा अर्चना प्रजापति ने दिल से उद्गार व्यक्त करते हुए कहा कि ‘है तुझे सलाम इण्डिया’। जी हां, नवोदित अदाकारा अर्चना के जेहन में देश भक्ति कूट-कूट कर भरा हुआ है, मगर आज की दो मुही राजनीति से वे बिल्कुल परे हैं। हिंदू मुस्लिम सिक्ख ईसाई, आपस में हैं भाई-भाई का अनुसरण कर रही अर्चना शीघ्र ही बॉलीवुड में धमाकेदार एंट्री कर रही हैं हिंदी फ़िल्म “है तुझे सलाम इण्डिया” से। इस फ़िल्म में वे एक पत्रकार की भूमिका निभा रही हैं। यह एक यदेशभक्ति फ़िल्म है, जिसकी पृष्टभूमि बिहार है।
रेडवुड प्रोडक्शन की प्रस्तुति फ़िल्म ‘है तुझे सलाम इण्डिया’ के निर्माता अरबाज़ भट्ट हैं। निर्देशक अवनीश कुमार हैं। शादाब सिद्दीकी इस फ़िल्म में सह निर्देशक और प्रोजेक्ट डिजाइनर हैं। अर्चना प्रजापति के साथ फ़िल्म में एजाज खान, आर्य बब्बर, मुश्ताक़ खान, स्मिता गोंदकर, सलमान भट्ट, गुलशन पांडेय, जावेद हैदर, मीर सरवर और कमल प्रीत हैं।—–Ramchandra Yadav (PRO)
ईशान सिने मल्टीमीडिया के ‘प्रोडक्शन नं. 1’ का भव्य मुहूर्त
ईशान सिने मल्टीमीडिया बैनर के अंतर्गत ‘प्रोडक्शन नं. 1’ का भव्य मुहूर्त एक पार्टी सांग की शूटिंग के साथ पिछले दिनों रायल चैलेंज होटल, गोरेगांव (पूर्व) में सम्पन्न हुआ। फिल्म के मुहूर्त के पश्चात तीन दिवसीय शूटिंग मुम्बई और आसपास की गई। यह फिल्म एक सस्पेंस थ्रिलर है। मिस्टर सिंहानिया एक प्रतिष्ठित व्यवसायी हैं और उनकी एक खूबसूरत पत्नी है। सिंहानिया को एक लड़की से प्यार हो जाता है। फिर फैमिली और बिजनेस में क्या-क्या होता है, यही इस फिल्म का कथानक है। फिल्म में नीरज भारद्वाज, मेघा सक्सेना और सारिका राधवा के साथ अंकुर शर्मा, कल्याणी व्यंकटेश, भरत सिंह, मोना रावत, सुलक्षणा राय और अंगद शेट्टी मुख्य कलाकार हैं।
इस फिल्म के निर्माता-निर्देशक राज सहगल, लेखक अफजल रिजवी, गीतकार व संगीतकार विजय भावे (बी. प्रयोग), कोरियोग्राफर शैलेश कोली, आर्ट महेन्द्र राउत और सिनेमाटोग्राफर अनिल धंडा हैं। फिल्म की तीन दिवसीय शूटिंग में एक पार्टी सांग और कुछ महत्वपूर्ण दृश्यों का फिल्मांकन किया गया। बकौल निर्माता-निर्देशक राज सहगल फिल्म का अगला शूटिंग शेड्यूल कर्जत में होगा। ———–Uday Bhagat (PRO)
दिल के करीब है कुटुंब का टाइटल ट्रेक-आर्यन जैन
गुणी संगीतकार और सुरीला गायक, ऐसी जुगलबंदी इतिहास रचती है। संगीत जगत में कई गायकों ने अमिट छाप सिर्फ इसलिए छोड़ी क्योंकि उन्हें अच्छे संगीतकारों का साथ मिला, जो संगीत की बारीकियां समझते हैं। उन्हें मालूम है कि म्यूज़िक का बेस क्या है, इसलिए संगीत से जुड़ी ऐसी जोड़ी यादगार गीत देती है। कुमार सानू ने ऐसे संगीतकारों के साथ काम किया, जो अपनी कला में दक्ष थे और जिनके सानिध्य का फायदा कुमार सानू को भी मिला। ऐसे-ऐसे गीत दिए, जो आज भी श्रोताओं की जुबां पर हैं। ये करिश्मा है संगीतकार और गायक की बेमिसाल जोड़ी का। एक दौर ऐसा भी आया, जब कुमार सानू लगातार पिछड़ते चले गए क्योंकि अच्छे संगीतकारों का साथ छूट गया और स्तरहीन गीत उनके हिस्से में आने लगे। ऐसे में कुमार सानू ने इंतज़ार करना ही उचित समझा और अब समझो इंतज़ार खत्म हुआ क्योंकि फिल्म कुटुंब के जरिए उनका कमबैक होने जा रहा है जिसमें उनका साथ दे रहे हैं संगीतकार आर्यन जैन, जिनके म्यूज़िक डायरेक्शन में कुमार सानू ने कुटुंब का टाइटल ट्रेक गाया है। यह गीत इंटरनेट पर धूम मचा रहा है। यूट्यूब पर इस गीत को 17 लाख से अधिक लोग देख और सुन चुके हैं। इसके लिए आर्यन जैन श्रोताओं का आभार व्यक्त करते हैं जिन्होंने उनके संगीत को दिल से सराहा है।
बचपन से ही कुमार सानू को अपना आइडियल मानने वाले आर्यन जैन कहते हैं कि पहली बार कुमार सानू के साथ रिकार्डिंग के वक्त ऐसा लग रहा था कि मानों मैने बहुत बड़ी जंग जीत ली हो। सानू जी को गवाने का मेरा सपना साकार हो गया। सानू दा ने जो मेरे बारे में शब्द कहे और म्यूजिक की तारीफ की है ये सारी दुनिया को पता चल चुकी है, जो लाखों श्रोताओं की बदौलत ही संभव हो पाया है। संगीत जगत का रास्ता कितना कंटीला और संघर्ष से भरा है? इस सवाल पर आर्यन कहते हैं कि मुझे यहां ज्यादा संघर्ष नहीं करना पड़ा। हां, थोड़ा वक्त जरूर लगा, पर कुछ पाने के लिए इतना धैर्य तो रखना ही पड़ता है। मैं इस बात पर भरोसा करता हूं कि अच्छे लोगों को हर कोई साथ देता है। आर्यन जैन आरडी बर्मन, एसडी बर्मन, नौशाद, शंकर-जयकिशन, मदन मोहन, किशोर कुमार और कुमार सानू को अपना आदर्श मानते हैं जिनसे उन्होंने काफी कुछ सीखा। कुटुंब का संगीत टी सीरीज़ ने जारी किया है जिसमें श्रोताओं को कुमार सानू के अलावा अलका याज्ञनिक, जावेद अली, राजपाल यादव, शाहिद माल्या और तृत्ति शाक्या के भी गीत हैं। ये सभी गीत पसंद किए जा रहे हैं लेकिन आर्यन जैन कुटुंब के टाइटल ट्रेक को अपने दिल के करीब मानते हैं, जिसे कुमार सानू ने आवाज़ दी है।
सागर के आदर्श संगीत महाविद्यालय के पंडित श्री सुनील भट्ट से संगीत की शिक्षा लेने वाले आर्यन का कहना है कि दिल व आत्मा की आवाज़ पर ही मैं पब्लिक के लिए मेलोडियस म्यूज़िक बनाने यहां आया और गुरूओं के आशीर्वाद से लंबी पारी खेलना चाहता हूं। बता दें कि आर्यन जैन का पहला गीत मई 2014 में शान की आवाज़ में रिकार्ड हुआ था, जो लाइफ में ट्विस्ट फिल्म के लिए था। इसी फिल्म का आइटम सॉन्ंग टॉप-टेन इन बॉलीवुड 2014 में आया था, जिसे ममता शर्मा जी ने आवाज दी थी और सभी गाने हिट हुए थे। आर्यन इस बात पर अफसोस जताते हैं कि आज बॉलीवुड गीतों से संगीत की आत्मा गायब हो गई है इसलिए मेरी कोशिश तो यही है कि अपने गीतों से मेलोडी को जोड़ते हुए उन्हें शास्त्राीय और वेस्टर्न टच दूं ताकि हर वर्ग के श्रोताओं को अच्छी फीलिंग दे। फिलहाल आर्यन जैन चार फिल्मों में संगीत दे रहे हैं जिनमें एक राजपाल यादव के साथ है। ———–Uday Bhagat (PRO)
छठ की तैयारी में जुटे भोजपुरिया सुल्तान
भोजपुरिया सुल्तान के नाम से मशहूर अभिनेता राजू सिंह माही आस्था के महाकुम्भ छठ पर्व की तैयारी में जुट गए हैं । बिहार और पूर्वी उत्तरप्रदेश के इस प्रमुख त्योहार में शामिल होने के लिए वे आजमगढ़ जिले के बुढ़नपुर तहसील के अपने गांव रानीपुर पहुच गए हैं । राजू सिंह माही ने बताया कि उनके घर उनकी बड़ी भाभी निर्जला व्रत रख छठी मैया की पूजा करती है ।
सालों बाद छठ पर अपने गांव पहुचे माही ने कहा कि छठ के उपलक्ष्य में पूरे गांव की साफ सफाई उनके भाई गुलाब सिंह , संतोष सिंह व भतीजे पीयूष सिंह व प्रिन्स सिंह के देखरेख में किया गया है जबकि घर से छठ घाट तक लाइटिंग की व्यवस्था की गई है । गाजे बाजे व आतिशबाजी के साथ पूरा गांव उस दिन अस्ताचल सूर्य की पूजा के लिए छठ घाट की ओर रवाना होगा । कई सुपरहिट फिल्मों का हिस्सा रह चुके राजू सिंह माही ने हाल ही में तीन बड़ी फिल्मो की शूटिंग पूरी की है जिनमे तू ही तो मेरी जान है राधा 2 , गदर 2 और माई से हमका उहे लईकी चाही शामिल है । छठ पर्व के बाद वे एक बार फिर मुम्बई आकर एक नई फिल्म की शूटिंग में व्यस्त हो जाएंगे । ———–Uday Bhagat (PRO)
कल्पना के छठ गीत वीडियो में दिखी साम्प्रदायिक सौहार्द की झलक
आम तौर पर यह कहा जाता है कि छठ बिहार में बसे हिंदुओ का प्रसिद्ध त्योहार है लेकिन हकीकत यह है कि बिहार में हजारो मुस्लिम परिवार भी अपने बच्चो की लंबी उम्र के लिए विधिवत रूप से छठ की पूजा करते हैं । भोजपुरी क्वीन के नाम से प्रसिद्ध प्रसिद्ध गायिका कल्पना पटवारी ने एक म्यूजिक वी़डियो लांच कर छठ के प्रति मुसलिम परिवार के आस्था को दर्शाने की कोशिश की है । मुसलिम परिवारों द्वारा सालों से निभाये जा रहे इस परंपरा को गाने के रूप देकर तैयार वीडियो इन दिनों यू – ट्यूब में खूब सराही जा रही है. बेहद कर्णप्रिय म्यूजिक के साथ तैयार किये गये इस वीडियो में कल्पना की आवाज भक्तिमय माहौल तैयार करती है, जिसे देख आपको एकबारगी अहसास होगा कि छठ पर्व सिर्फ जाति ही नहीं बल्कि मजहब की सीमाओं को भी तोड़ती है।
वीडियो में एक मुसलिम परिवार को छठ के दौरान होने वाले तमाम रीति – रिवाज को निभाते दिखाया गया है । भोजपुरी फोक संगीत की पर्याय बन चुकी कल्पना के इस गीत के फिल्मांकन, गायन और म्यूजिक में बिहार की छाप दिख रही है और गीत इतना कर्णप्रिय है कि लोग आस्था के इस महाकुम्भ में डूबने को मजबूर हो जाते हैं ।
कल्पना पटवारी ने लिखा है -पिछले साल तक मुझे पता नहीं था कि महात्मा गाँधी का सत्याग्रह आन्दोलन बिहार की पावन धरती चम्पारण से शुरू हुई थी. यह बात पता लगने पर मैं सांगीतिक श्रद्धांजलि के रूप में चम्पारण सत्याग्रह नामक ऑडियो-विजुअल तैयार करना जरूरी समझी..महज दो महीने पहले प्रख्यात निर्देशिका और मेरी प्यारी सहेली श्रुति वर्मा से मुझे पता लगा कि बिहार में कई वर्षों से सिर्फ हिन्दू ही नहीं बल्कि मुसलमान भी छठ व्रत करते हैं.यह सुनकर मैं चकित और हैरान रह गयी। वायरल सांग बहि गईले बाढ़वा में घरवा तऽ कईसे छठ करब हो !! बिहार के उन मुस्लिम महिलाओं को चरण स्पर्श करने को जी चाहा… और एक स्त्री के रूप में यह सहज एहसास हुआ कि एक बांझ की कोई जाति या धर्म नहीं होता है. ये समाज का दिया हुआ एक ऐसा असहनीय गाली है जो हर जाति-धर्म के स्त्री को आस्था के अलग-अलग दरवाजों के सामने नतमस्तक होने को मजबूर कर देती है. और छठ मैया हर धर्म के स्त्री की व्यथा को सुन भी लेती हैं.. बहुतों की गोद भी भर देती हैं. मेरा बिहार सर्वधर्म सम्मेलन का पावन स्थान है,देश के लिए एक अनोखा मिसाल है.. मेरा बिहार ही मेरे जीवन का आधार है… ———–Uday Bhagat (PRO)