आज संयुक्त विकास पार्टी के कर्यालय का उदघाटन माननीय अफ़रोज़ खान जी(राष्ट्रीय अध्यक्ष) श्री नरेन्द्र शर्मा ( राष्ट्रीय महासचिव) ,समाज सेवी आर के.सिंह ,संदीप चौधरी (राष्ट्रीय युथ प्रधान महासचिव)हर्ष चुग (राष्ट्रीय उपाध्यक्ष),फ़िल्म अभिनेता अविनाश शाही (राष्ट्रीय सचिव),फ़िल्म अभिनेत्री कल्पना शाह (राष्ट्रीय उपाध्यक्ष),अल्का बेन शुक्ला गुजरात (अध्यक्ष) जगदीश मिश्रा(गुजरात प्रदेश उपाध्यक्ष),आई.डी.सिंह(प्रदेश मंत्री गुजरात) और तमाम बॉलीवुड कलाकारों के हांथो दिप ज्वलन कर के बड़े ही धूमधाम से गुजरात के यादव रेसीडेंसी आर.ए.ऐफ कैम्प के पास रामोल टोल प्लाज़ा वस्त्राल, अहमदाबाद जिला उदघाटन किया गया।
इस अवसर पर संयुक्त विकास पार्टी (S.N.V.P)के राष्ट्रीय अध्यक्ष राष्ट्रीय महिला अध्यक्ष एवं राष्ट्रीय लीगल सेल ,गुजरात अध्यक्ष, वलसाड जिला अध्यक्ष ,सूरत युवाध्यक्ष राहुल कुमार एवं तमाम प्रदेशों के प्रदेश अध्यक्ष और प्रदेश के राष्ट्रीय कार्य करता उपस्थित हुए , साथ ही साथ बिहार प्रदेश मीडिया प्रभारी अखिलेश सिंह एवम उनके टीम उपस्थित थे।
दूसरी बार बंधक मरीज को मुक्त कराया सांसद पप्पू यादव ने
पटना: सांसद पप्पू यादव ने आज कंकड़बाग स्थित शिव हॉस्पिटल में बंधक बनाकर रखी गयी मरीज शमां परवीन को मुक्त कराया। प्राप्त जानकारी के अनुसार, शिवा हॉस्पिटल ने सहरसा निवासी शमां परवीन को 10 हजारपैसे के लिए दो दिनों से बंधक बनाकर रखा गया था। मामूली बीमारी के लिए 3 लाख 30 हजार रुपये का बिल थमा दिया था। परेशान परिवार 7 लाख का भुगतान कर चुका था, लेकिन 10 हजार रुपये के लिए मरीज को आईसीयू में बंधक बना रखा था और हर दिन 1 लाख रुपये का बिल जोड़ रहा था।
जब इसकी सूचना मिलने के बाद सांसद पप्पू यादव को मिली, तब डॉ विश्वनाथ को लेकर अस्पताल पहुंचे। इस दौरान डॉक्टर ने बताया कि इस हॉस्पीटल में मरीज शमां परवीन को मामूली बुखर के लिए तीन दिन की दवाई का बिल 90 हजार रूपये दिखाया गया। इस तरह फर्जी तरीके से बिल बना कर महिला मरीज शमां परवीन को बनाया था, जिससे सांसद ने छुड़वाया और एंबुलेंस से उनके मरीज को उनके घर पहुंचाया गया। इसके साथ अस्पताल प्रबंधन ने भुगतान किये गये तीन लाख रुपये से 1 लाख 60 हजार रुपये कल वापस करने का वादा किया है।
गौरतलब है कि पिछले दिनों 26 नवबर को भी सांसद पप्पू यादव की तत्परता और छापेमारी के बाद कुम्हरार के मां शीतला इमरजेंसी अस्पताल के प्रबंधन ने बंधक बनाकर रखी गयी महिला लालती देवी को मुक्त कर दिया था।मधेपुरा की रहने वाली लालती देवी को प्रसव के लिए 11 दिन पहले इस अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहांप्रसव के दौरान बच्चा मरा हुआ पैदा हुए। मधेपुरा के एक दलाल के माध्यम से वह इलाज के इस अस्पताल में पहुंची थी। अस्पताल प्रबंधन ने इलाज के एवज में 70 हजार रुपये की मांग की। उसके पति निर्धन राम ने 50 हजार रुपये का भुगतान किया। शेष राशि देने में वह असमर्थ था। सकी सूचना मिलने के बाद सांसद श्री यादव ने आज अस्पताल पहुंच कर महिला को मुक्त कराया और बेहतर इलाज के लिए आर्थिक मदद भी की।
जन अधिकार पार्टी
बाढ़ पीडि़तों की मदद के लिए बिहार तैलिक साहु समाज ने भेजा मदद
पटना। बिहार तैलिक साहु समाज के प्रदेश महामंत्री रणविजय साहु के नेतृत्व में बिहार के बाढ़ पीडितों की मदद के लिए आज पटना स्थित लेडी स्टीफन हॉल के पास से राहत सामग्री से भरा ट्रक रवाना किया गया। ट्रक को विधान पार्षद लाल बाबू गुप्ता एवं तैलिक साहु समाज के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष प्रेम कुमार गुप्ता ने संयुक्त रूप से हरी झंडी दिखा कर सीतामढ़ी के लिए रवाना किया गया।
इस दौरान लाल बाबू गुप्ता ने कहा कि बिहार में इस बार सबसे ज्यादा प्रलयकारी बाढ़ आयी है। ऐसे स्थिति में बाढ़ से पीडि़त हमारे अपने प्रदेश वासियों के लिए मदद को सभी को आगे आना चाहिए, ताकि संकट की इस घड़ी में उन्हें हौसला मिले। वहीं, प्रेम कुमार गुप्ता ने कहा कि बिहार तैलिक साहु समाज के द्वारा इस ट्रक में 5 टन चावल, 2 टन चूड़ा, 3 टन सत्तू, 500 किलो मिट्ठा और 1000 पैकेट बिस्कुट समाज के द्वारा प्रबंध कर सेवा भाव से सीतामढ़ी चार सदस्यीय टीम भेजा जा रहा है। बाढ़ की इस भीषण त्रासदी में तैलिक समाज पीडितों को हर संभच मदद करने को प्रतिबद्ध है।
इस अवसर पर बिहार तैलिक साहु समाज के कार्यकारी अध्यक्ष डॉ प्रेम कुमार गुप्ता, प्रदेश महामंत्री रणविजय साहू, महिला अध्यक्ष कंचन गुप्ता, डॉ आनंद कुमार, सुनील कुमार, रामजी प्रसाद, हीरा लाल साहू, भीम कुमार अकेला, ओम प्रकाश, डॉ प्रवीण, डॉ राकेश, ओम प्रकाश, डॉ सुनील कुमार, प्रो संजय कुमार, रंजय दास, मुकेश नंदन, विनय कुमार गुड्डू, कृष्णा प्रसाद, जितेंद्र गुप्ता, मंजीत आनंद और मनोज कुमार आदि लोग उपस्थित थे।
बाढ़ में फंसे लोगो के मदद के लिए पहुंची पाखी हेगड़े
बाढ़ में फंसे लोगो के मदद के लिए प्रसिद्ध अभिनेत्री पाखी हेगड़े आज बाढ़ पीड़ितों के बीच मौजूद थी। ऐसा पहली बार हुआ है कि कोई फिल्म का सितारा बाढ़ पीड़ितों के बीच जा कर उसके दुख दर्द को देखा और हर सम्भव मदद का आश्वाशन भी दिया।
पाखी हेगड़े गुरुवार को बिहार के मुज़फ़्फ़रपुर जिले में बाढ़ प्रभावित इलाके बन्दरा, गायघाट,बोचहा,ब्लॉक अंतर्गत बड़गाँव,सिमरा,आठर, गुरमी इत्यादि गाँव जाकर बाढ़ पीड़ितों से मिली और राहत सामग्री का वितरण किया। मौके पर वितरक निशांत उज्ज्वल, पी आर ओ सर्वेश कश्यप,कुन्दन कुमार, संदीप इत्यादि भी मौजूद रहें।
बाढ़ की स्थिति देख पाखी काफी द्रवित थी और बताया की बिहार में बाढ़ग्रस्त इलाको की स्थिति काफी भयावह है,लोग कई दिनों से भूखे हैं। लगभग 18 जिले इस भयानक बाढ के चपेट में हैं,सैकड़ो लोगो के मरने की खबर है ये तो सरकारी आंकड़ा है जाहिर है कुछ गैर सरकारी आंकड़ा भी होगा। इस् मुश्किल घड़ी में हमे मानवता के नाते एकजुट हो कर पीड़ितों की मदद करना चाहिए। फ़िल्म उद्योग के लोगो से मेरी अपील है सब एक मंच पर आएं और जरूरतमंद की मदद करें।
जो लोग व्यस्त हैं या यहां से बाहर हैं उनके लिए अभिनेत्री पाखी ने बिहार में आई बाढ़ के लिए लोगों से राहत कार्यों में मदद के लिए मुख्यमंत्री राहत कोष में योगदान की अपील की। पाखी हेगड़े ने आगे कहा, “प्राकृतिक आपदाओं पर हमारा कोई वश नहीं है। लेकिन हम स्थिति में सुधार के लिए अपना योगदान तो दे ही सकते हैं। मैं देश के सभी नागरिकों से बिहार के मुख्यमंत्री आपदा राहत कोष में योगदान करने की अपील भी करती हूं, ताकि सरकार भी स्थिति में सुधार के लिए काम किया जा सके।
पाखी ने भीषण बाढ़ से बिहार के मुज़फ़्फ़रपुर समेत 18 जिलों में बाढ़ के हालात से निपटने एवं प्रभावित क्षेत्रों में लोगों को जल्द राहत पहुंचाने को सरकार व प्रभार मंत्रियों से भी बाढ़ प्रभावित जिलों में मदद करने की अपील की हैं।
मौके पर मौजूद पाखी ने स्थानीय प्रशासन,जनप्रतिधि और एस डी आर एफ की टीम जो दिनरात बाढ़ बचाव कार्य में लगी हुई है के कार्य को काफी सराहा है।
————-सर्वेश कश्यप
Mega organ donation awareness event under the banner “Live beyond Life” was
organized by Rotary International District 3141 with over 62 Rotary clubs participating for this noble cause. The event was held on Saturday ,29th July,2017 from 9.30 am onwards at the L.M.Patel Eye Hospital popularly known as The Rotary Center, Malad (West).
Rotarian Manish Gyani was the convener of the event with core committee comprising of Rotarian Rashmi Das (Rotary club of LokhandwalaKandivili), Rotarian Rajesh Modi (Rotary club of Borivili East), Rotarian AnilKainya (Rotary club of Mumbai Western Elite),RotarianHarminder Singh (Rotary club of Bombay West), Rotarian Ashok Ajmera (Rotary club of Bombay North).
The event was attended by over 180 Rotarians and Rotaractors. Engaging youth for organ donation under Rotary Youth Leadership Awards (RYLA) was the one of the themes. There is acute shortage of organs and skin to help the needy and there is no better giving than pledging our eyes,skin and organs which can provide sight and life to someone, we living beyond our life, said District Governor Rotarian Prafull Sharma. Public Image Avenue Chair Rotarian Vikas Upadhyay for District Thrust Areas from Rotary club of Mumbai West Coast said that Rotary has been promoting awareness on importance of organ donation and will continue in its efforts in the coming years as well. He further said that Rotary is focused on various community service initiatives with thrust areas on Diabetes, Railway Station adoption , Touching Little hearts (Pediatric heart surgeries) and Generic Medicines. A number of toilet blocks are being built in schools and at railway stations. Rotary after eradicating Polio now is focused on TEACH (Literacy) and Wash-in-schools projects apart from other initiatives like tree plantation to save environment. More than 2000 bottles of blood units were collected on 1st July, 2017 with mega blood donation drive across Mumbai.
Rotary District Governor Prafull Sharma said that this event is just a beginning with mega awareness camps planned at major railway stations ,bus stands, malls, schools and colleges on 20th August,2017 and at all Ganapati Pandals from 24th to 31st August,2017. The pledge forms will be distributed with contact numbers during these camps to facilitate the cause.
These kind of awareness camps will be planned throughout the year and in the following years to come. This will be mobilized engaging the Rotaractors emphasizing the importance of organ donation awareness in today’s youth.
Dr.SunilKeswani said that Rotary has a skin bank at Airoli and various eye hospitals across Mumbai which will provide logistic support to this initiative. He further clarified on associated myths and said that it begins with making a will to pledge our organs and skin and the relative to contact the nearest hospital or skin bank after the death of the individual. The cause will be further taken up at the adjoining rural areas after completing first phase in Mumbai.
पटना: ‘हाल के दौर में बांझपन की दर तेजी से बढ़ रही है। इसका मुख्य कारण लड़कियों की कम उम्र में शादी, प्रदूषण, स्ट्रेस एंड स्ट्रेन है। हालांकि पटना में आईवीएफ सेंटर्स हैं, मगर उसके अपेक्षा बांझपन की दर काफी बढ़ रही है। इसी को ध्यान में रखते हुए पटना में गौडियम केयर आईवीएफ का सेंटर स्थापित किया गया है।‘ ऐसा कहना है चर्चित स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ विनिता सिंह का।
आज पटना के मथुरा रोड, कदमकुआं स्थित अपने केयर नर्सिंग होम में आयोजित संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए डॉ विनिता सिंह ने कहा कि बिहार में बांझपन की समस्या तेजी से बढ रही है। इस समस्या के समाधन के लिए उन्होंने रेनॉड इनफर्टिलिटी और आईवीएफ स्पेशियलिस्ट डॉ मनिका खन्ना के साथ मिलकर पटना में एक गौडियम केयर आइवीएफ सेंटर की स्थापना की, जो विश्वभर में भारत की पहली अस्पातल श्रृंखला है। श्रीमति सिंह ने बताया कि बिहार बॉग्स्कॉन सोसाइटी के कांफ्रेंस में हिस्सा लेने आईं डॉ खन्ना ने बताया था कि बड़ी संख्या में बांझपन की समस्या से जूझ रहे नि:संतान दंपत्ति उनसे दिल्ली में संपर्क करते हैं। इसलिए उनकी सोच थी कि क्यों ना बिहार में भी इसका एक सेंटर स्थापित किया जाए।
डॉ सिंह ने कहा कि कांफ्रेंस के दौरान ही डॉ खन्न ने गौडियम केयर आईवीएफ की स्थापना इस्ट जोन खास कर बिहार में करने की इच्छा जाहिर की और हमारे सेंटर से संपर्क किया। फिर हमने मिलकर गौडियम केयर आईवीएफ पटना में शुरू की। इससे उनलोगों की कई परेशानियां कम होगी, जो दिल्ली जाकर इलाज कराने में होती थी। उन्होंने कहा कि गौडियम केयर आईवीएफ में पहला फ्री चेक कैंप चार फरवरी 2017 को आयोजित किया जा रहा है, जिसमें डॉ मनिका खन्न अपनी एक्सपर्ट टीम के साथ शामिल होंगी। इस दौरान आईवीएफ के सारे प्रोसीजर में खुद डॉ खन्ना शामिल होंगी।
डॉ सिंह ने कहा कि हमारी कोशिश है इस आईवीएफ सेंटर की सक्सेस रेट बढ़े और लोगों को आसानी से सारी सुविधाएं मिल सकें। उन्होंने बताया कि गरीब तबके के लोगों को भी सुविधाएं मुहैया कराने की हमारी कोशिश है। डॉ सिन्हा ने गौडियम केयर आईवीएफ की सुविधाओं पर चर्चा करते हुए कहा कि आईयूआई, आईवीएफ, आईसीसीआई, एम्ब्रयो और ऐग फिजिंग, हाई रिस्क प्रेगनेंसी और नॉमर्ल प्रेगनेंसी, सपोर्ट काउंसिलिंग जैसी कई अत्याधुनिक सुविधाएं इस सेंटर पर मिलेगी।
Akhilesh Yadav, the dynamic CM of Uttar Pradesh has handed over the subsidy cheque to producer-director Maan Singh of Sheetal Movie Temple’s SWADES KI KHAATIR . The film is all set for April release all over and is a patriotic film which highlights the people of Uttar Pradesh in a big way. Mukesh Khanna(Shaktimaan fame) ,in the role of a school teacher leads the cast of the film which has been shot entirely in Benaras locales for 30 days .
The entire talkie portion and all the six songs were picturised on new leading actors Pramod Singh, Sushant Singh, Maan Singh, newfind heroine Ila Pande from Benaras, Raza Murad and Mukesh Khanna. The film is being written,produced and directed by Maan Singh ( of Bhojpuri film GANGA MAAI…,Hindi film SANT RAVIDASS fame). Lyrics: Gayatri Singh. DoP: Randdev Bhaduri ( brother of actress Reeta Bhaduri) Music: Late Josfi- Sunil Singh. Singers: Late Josfi, Anupama Deshpande, Vinod Rathod, Vaishali Samant, Prashant Singh and chorus.
आज दिनांक 21/01/2017 को मानव श्रीखला में शामिल हो वार्ड पारसद मणि भूषण श्रीवास्तव सह वरिये नेता (राजद) साथ में पूर्व विधायक महेस्वर सिंह, जिला पारसद रोहित गिरी ,रवि शंकर सिंह, कैप्टेन हमीद और साथ में जदयू नेता सतेंदर ओझा और संजय कुमार उपाधयाय ने एक साथ मिल के नसा मुक्ति के इस अभियान को सफल बनाया
पटना: शराब जानलेवा है इस सन्देश को जन-जन तक पहुचाने के लिए बिहार में एक अनूठा प्रयास किया गया। यहाँ शराबबंदी के समर्थन में 11000 किलो मीटर लंबी मानव श्रृंखला बनाई गई। जो दुनिया की सबसे लंबी मानव श्रृंखला है।
मानव श्रृंखला बनाते वक़्त लोगों में दिखा जोश..
श्रृंखला बनाने से पहले राज्य सरकार की तरफ से शुक्रवार को कहा गया था कि इसमें स्कूली बच्चों और अन्य लोगों का शामिल होना ज़रूरी नहीं है। वहीँ राज्य के मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह ने पटना में पत्रकारों को जानकारी दी थी कि इस श्रृंखला में लोगों का शामिल होना ऐच्छिक है।
जिन्हें इच्छा हो वो शराबबंदी के समर्थन में बनाई जा रही इस श्रृंखला में शामिल हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि लोगों को जबरन श्रृंखला में शामिल होने को लेकर किसी तरह का दबाव नहीं बनाया जाएगा।
11000 किलोमीटर लंबी इस मानव श्रृंखला में लगभग 2 करोड़ लोगों ने भाग लिया, जोकि एक विश्व रिकॉर्ड है। इसके लिए लिमका बुक ऑफ रिकॉर्ड में पंजीकरण कराया गया है।
इस मानव श्रृंखला की फोटोग्राफी इसरो और अंतर्राष्ट्रीय 5 सेटेलाईट के जरिए किया गया। जिसमें दो इसरो के हैं। इसके अतिरिक्त सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के माध्यम चार हेलिकॉप्टर के द्वारा और प्रत्येक जिले में ड्रोन के जरिए मानव श्रृंखला की एरियल विडियोग्राफी की गई है। शिक्षाविद् प्रो. आर के दूबे ने कहा कि कहीं-कहीं तो दो-दो, तीन-तीन लाईनें देखी गयीं । अगर सिर्फ एक लाईन या लाइनों को फैला के लगाया जाता तो यह दूरी चार हजार किलोमीटर तक हो सकती थी।
यह फेस्टीवल २२ देशों के ५५ शहरों मं आयोजित किया गया था और इस साल अमेरिका, यूके और जर्मनी में होगा.
संगीत के लिए दुनिया में जाने-पहचाने और अंतरराष्ट्रीय संगीत प्रतिभा का एक छत के नीचे सबसे अच्छा प्रदर्शन होगा — जैसे कि शास्त्रीय संगीत से जैझ तक। लक्ष्मीनारायण ग्लोबल म्यूजिक फेस्टीवल २५ वें संस्करण १३ जनवरी को ७ बजे मुंबई के किंग सर्कल स्थित षमुखानंद हॉल में होगा। यह कार्यक्रम भगवान येहुदी मेनुहिन के जन्म शताब्दी को समर्पित किया जाएगा, यह २०वीं सदी के सबसे अच्छे वायलिन वादक थे।
भारतरत्न एमएस सुबुलक्ष्मीइन द्वारा साल १९९२ में वायलिन लीजेंड डॉ एल सुब्रमण्यम और विजी सुब्रमण्यम ने लक्ष्मीनायारण ग्लोबल म्यूजिक फेस्टीवल (LGMF) की स्थापना की गई थी। इसमें म्यूजिक इंडस्ट्री के बड़े नाम शामिल है जैसे कि येहुदी मेनुहिन, बिसमिल्लाह खान, गंगुबाई हंगल, पंडीत जसराज,जॉ़र्ज डुके, स्टेनेली क्लाके, अल-जरैयू, स्टीवन सीगल और सिम्फनी आर्केस्ट्रा।
LGMF का नाम सिर्फ संगीत समारोह के लिए सीमित नहीं है, बल्कि दुनिया भर से प्रतिभा का प्रदर्शन और संगीत के असंख्य शैलियों के लिए एक मंच प्रदान करने में सक्षम हो गया है। इस संगीत में भारतीय शास्त्रीय (कर्नाटक और हिन्दुस्तानी), जैझ, रॉक, पश्चिमी शास्त्रीय संगीत, आर्केस्ट्रा, भारतीय
लोकसंगीत, गजल, हिंदी फिल्म संगीत, पांच अलग-अलग महाद्वीपों से अलग शास्त्रीय और लोकसंगीत की शैलियां शामिल है।
इस साल के संस्करण की शुरुआत ग्लोबल फ्यूजक म्यूजिक के साथ अंतरराष्ट्रीय कलाकार और डॉ एल सुब्रमण्यम से होगी :
• कविता कृष्णमूर्ति सुब्रमण्यम
• वेडिम रेपिन (वायलिन वादक और फ्रांस के सबसे प्रतिष्ठित संगीत पुरस्कार के प्राप्तकर्ता, संगीत के लिए एक जीवन भर के समर्पण के लिए – द
विक्टोरियड हॉर्नर)
• स्वेटलेना स्मोलिना ( “उत्कृष्ट स्वर के साथ एक उत्कृष्ट पियानोवादक” और सहित वैश्विक चरणों पर अक्सर खिलाड़ी के रूप में लॉस एंजिल्स टाइम्स
द्वारा स्वागत – कार्नेगी हॉल, साल्जबर्ग फेस्टीवल और हॉलीवुड बाउल)
• एओडिन सैन्डविक (यूरोप के सबसे प्रतिष्ठित संस्थानों में से एक वायलिन बजानेवाला और शिक्षक – नार्वे एकेडेमी ऑफ म्यूजिक)
टिप्पणी करते हुए संस्थापक और कलात्मक निदेशक (LGM F) डॉ एल सुब्रमण्यम ने कहा, “मेरे लिए इस अद्वितीय त्योहार का जश्न मनाने के लिए २५ वें संस्करण बहुत खुशी देता है। मैं हमेशा एक वैश्विक दर्शकों के लिए भारतीय कला और संस्कृति लेने के बारे में भावुक कर दिया गया है, जब भारतीय से
वैश्विक संगीत. हमने दो दशक के पहले इस फेस्टीवल की शुरुआत की थी, तब हमने कल्पना भी नहीं की थी कि यह कार्यक्रम वैश्विक स्तर तक पहुंच सकता है। अब इस फेस्टीवल के साथ संगीत की दुनिया के दिग्गज कलाकारों के नाम जुड़ गए है। इसलिए अपने जमाने से सबसे उत्कृष्ट संगीतकार येहुदी मेनुहिन के रजत जयंती का संस्करण मनाया जा रहा है।
इस अवसर पर पार्श्वगायिका और निदेशक (LGMF) कविता कृष्णमूर्ति ने कहा,”पिछले कुछ वर्षों से इस फेस्टीवल को भारी तादाद में सोशल मीडिया
प्लेटफार्मों से अच्छी प्रतिक्रिया मिल रही है और यह सबकुछ एक ही मंच पर हो रहा है। इस अकेले इवेंट के लिए २ लाख से अधिक लोग आ रहे है। इस संगीत प्रतिभा की एक शाम का आनंद लुभाने के लिए हर किसी को आमंत्रित करते हैं।
आज तक इस उत्सव का२२ देशों के ५५ शहरों में आयोजन किया गया है। इस साल बैंगलोर, मुंबई, सैन डिएगो, शिकागो और न्यूयॉर्क के साथ यह फेस्टीवल यूके और जर्मनी में पहली बार आयोजित किया जाएगा। संगीत के प्रति उत्साही और इस शो का आनंद लेने के लिए मुफ्त है।
मुंबई के कलाकारों में – अतुल रानींगा (कीबोर्ड), रवि अय्यर (गिटार),जयंती (गिटार), वी.वी. रामनामूर्ती (मृदंगम), गिरीश विश्व (ढोलक), आशीष
झा (तबला) और सत्य साईं जी (मोर्सिंग)।
पटना : कला, संस्कृति एवं युवा विभाग के द्वारा 350वें प्रकाशोत्सव के मौके पर राजधानी पटना में बड़े पैमाने पर आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम के पांचवें दिन आज कलाकारों ने लोगों का भरपूर मनोरंजन किया। जहां मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार आज पंजाब डिजिटल लाइब्रेरी के सहयोग से चित्र प्रदर्शनी बिहार संग्रहालय में आयोजित चित्र प्रदर्शनी देखने पहुंचे, वहीं, प्रेमचंद रंगशाला राजेंद्र नगर पटना में बतौर प्रथम दर्शक कला, संस्कृति विभाग के मंत्री श्री शिवचंद्र राम भी शामिल हुए। कार्यक्रम में विभाग के प्रधान सचिव चैतन्य प्रसाद, अपर सचिव आनंद कुमार, संस्कृति निदेशक सत्यप्रकाश मिश्रा, बिहार ललित कला अकादमी के अध्यक्ष आलोक धन्वा, आईपीएस हिमांशु त्रिवेदी, तारानंद वियोगी अतुल वर्मा, संजय कुमार, अरविंद महाजन, मोमिता घोष, राजकुमार झा और मीडिया प्रभारी रंजन सिन्हा भी उपस्थित रहे। गौरतलब है कि प्रकाशोत्सव के मौके पर कला, संस्कृति एवं युवा विभाग, बिहार ने श्री कृष्ण मेमोरियल हॉल, भारतीय नृत्य कला मंदिर, बहुद्देशीय सांस्कृतिक परिसर, प्रेमचंद रंगशाला, रविंद्र भवन, बिहार संग्रहालय और बिहार चैंबर ऑफ कॉमर्स ऑडिटोरियम में बड़े पैमाने पर सांस्कृतिक कार्यक्रम व प्रदर्शनी का आयोजन किया है।
प्रेमचंद रंगशाला में पांचवें दिन की शुरूआत हिमांशु त्रिवेदी के काव्य पाठ से हुई। इसके पहले विभाग के मंत्री श्री शिवचंद्र राम ने कहा कि बिहार की ऐतिहासिक धरती गुरू गोविंद सिंह जी के 350वें प्रकाशोत्सव काफी हर्षोल्लास से मना रहा है। यह हर बिहारवासियों के लिए बड़े ही सौभग्य की बात है। उन्होंने कहा कि कला, संस्कृति एवं युवा विभाग ने बाहर से आए श्रद्धालुओं और दर्शन को अन्य लोगों के मनोरंजन के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया है, जिसमें एक स्थान पर गुरू गोविंद सिंह जी की जीवनी और देशभर के सांस्कृतिक विविधताओं का समागम है। वहीं, पटना के सुरेंद्र नारायण यादव ने रंग – ए – बिहार कार्यक्रम के तहत मैथिली लोकगीत जब तक सुग्गा वेद पढ़ावें चाकर शिव भगवान, तोहे जनी जाह विदेश और नवका नेवानक चुरा खोयेवऊं जैसे गीतों से लोगों का दिल जीत लिया। इसके बाद पटना के ही मनोरंजन ओझा, सत्येंद्र संगीत और नीतू कुमारी नूतन ने शानदार लोकगीतों की प्रस्तुति दी और पूनम ठाकुर ने उपशास्त्रीय गायन किया।
अनाद फाउंडेशन की ओर से श्री कृष्ण मेमोरियल हॉल में आज के कार्यक्रम की शुरूआत ठुमरी से हुई, जिसे पंडित राम प्रसाद मिश्रा ने प्रस्तुत किया और तबले पर पंडित मदन मोहन उपाध्याय ने तबले पर उनका साथ दिया। अवनर खान ने मनगानरस को वोकल, लक्खा खान ने सिंधी सारंगी, कचरा खान, गेवार खान ने कमलचा, फिरोज खान ने ढोलक और केते खान ने खरती पर परफॉर्म किया। इसके अलावा समरिन सन्याल ने महान साहित्यकार व नोबेल पुरूस्कार विजेता रविंद्र नाथ ठाकुर द्वारा गुरू गोविंद सिंह पर रचित कविता का पाठ किया। गुरिंदर हरनाम सिंह ने ख्याल- दसम बाणी की प्रसतुति दी, जिसमें उनके साथ तबला पर मदनील सिसोदिया, हारमोनिया पर ललित सिसोदिया, वोकल हरसिमरन कौर और सारंगी पर घनश्याम सिसोदिया ने दिया। सुखविंदर अमृत ने काव्य पाठ, सुवीर मिश्रा ने रूद्र वाणी और मोहनश्याम शर्मा ने पखावज पर संगीत के सुर छेड़े। अंत में, डॉ मदन गोपाल सिंह ने बाबा फरीद से बुल्ले शाह का भव्य सूफी गायन प्रस्तुत किया, जिसे देख हॉल में लोगों सूफीज्म के रंग सराबोर हो गए। सूफी गायन के दौरान डॉ मदन गोपाल सिंह का साथ गुरमीत सिंह ने तबला व ढोल, पीतम घोषल ने सरोद और दिलीप कैसटलोने ने गिटार पर दिया।
उधर रविंद्र भवन में लोक संगम कार्यक्रम के अंतर्गत दुर्ग, छत्तीसगढ़ से आई प्रेमाशीला ने पंडवानी, सोनभद्र यूपी के सोना ने गदरबाज, धार मध्यप्रदेश के गोविंद गहलौत ने भगौरिया, रांची की सृष्टिधर महतो ने पुरूलिया छऊ और पटना की इतु घोष ने झिझिया नृत्य पेश कर लोगों को झूमने पर मजबूर कर दिया। इसके अलावा भारतीय नृत्य कला मंदिर में भारत – भारती कार्यक्रम में झारखंड की प्राचीन संस्कृति शिकार प्रथा पर अधिरित शिकारी नृत्य का मंचन हुआ। प्रथा के अनुसार, झारखंड के लोगों के बीच साल में एक बार शिकार करने की प्रथा है। इसे सेंदरा कहते हैं। वन परिवेश में रचित इस परंपरा में शिकारी शिकार को नकलते हैं। बहुत असफलता के बाद जब शिकारी विलुप्त होते हिरण का शिकार करने के लिए आगे बढ़ते हैं, तब उनकी गृहिणयां उन्हें ऐसा करने से रोकती हैं। आखिरकार गृहणियां सफल होती हैं और शिकारी शिकार न करने का प्रणाम लेते हैं। सनद रहे कि झारखंड में वन्य पशुओं की रक्षा करना जनजातीय संस्कृति की रक्षा है। राजकीय छऊ नृत्य कला केंद्र, खरसांवा झारखंड के कलाकारों ने इसकी प्रस्तुति दी।
वहीं, महाराष्ट्र से आए कलाकारों ने तमाश और लावणी नृत्य की प्रस्तुति दी। यह महाराष्ट्र में काफी मशहूर और लोकप्रिय कला है। तमाशा के लावणी प्रमुख वाद्य यंत्र हैं, साथ ही ढोलकी तुनतुना, मंजरी हार्मोनियम जैसे लोकवाद्य का भी इसमें इस्तेमाल किया जाता है। बता दें कि 350वें के प्रकाशोत्सव के अंतिम दिन कला, संस्कृति विभाग बिहार द्वारा आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम का समापन गुरूवार को प्रेमचंद रंगशाला में बिहार गौरव गान के साथ होगा।